Not known Details About shiv chalisa lyrics in english with meaning
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आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
नमो नमो जय नमः शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
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वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥
कहत शिवानन्द स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय शिव…॥
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे । शंकर सम्मुख पाठ सुनावे ॥